Monday, March 2, 2020

#INDvsNZ भारत को न्यूज़ीलैंड ने दूसरे टेस्ट सात विकेट से हराया

न्यूज़ीलैंड ने भारत को दूसरे टेस्ट में सात विकेट से हरा दिया है. इसके साथ ही मेज़बान टीम ने 2-0 से टेस्ट सिरीज़ अपने नाम कर ली.

क्राइस्टचर्च के हेगली ओवर स्टेडियम में खेले गए टेस्ट के तीसरे दिन ही भारत को हार का सामना करना पड़ा.

भारतीय टीम की दूसरी पारी 124 रनों पर ही सिमट गई. न्यूज़ीलैंड को जीत के लिए 132 रनों की ज़रूरत थी. इस आसान से लक्ष्य को न्यूज़ीलैंड ने तीन विकेट खोकर मात्र 36 ओवरों में हासिल कर लिया.

टॉस न्यूज़ीलैंड ने जीता था जिसके बाद उसने गेंदबाज़ी का फ़ैसला किया था. पहली पारी में भारत ने 242 रन बनाए थे.

इसके बाद न्यूज़ीलैंड की पूरी टीम अपनी पहली पारी में 235 रन ही बना पाई थी. पहली पारी के आधार पर भारत को सात रनों की बढ़त मिली हुई थी मगर दूसरी पारी में वह कुछ ख़ास नहीं कर पाया.

भारत की पूरी टीम दूसरी पारी में 124 रन बनाकर सिमट गई जिससे न्यूज़ीलैंड को 132 रनों का लक्ष्य मिला और वो उसने आसानी से हासिल कर लिया.

इससे पहले भारत को पहले टेस्ट मैच में भी 10 विकेटों से हार का सामना करना पड़ा था.

टेस्ट सिरीज़ ख़त्म होने के साथ भारत का न्यूज़ीलैंड दौरा भी ख़त्म हो गया है. इससे पहले टी-20 सिरीज़ भारत ने 5-0 से जीती मगर वनडे सिरीज़ में 3-0 से हार का सामना करना पड़ा.

जैसे इस फ़िल्म के इंटरवल में मेरे बगल में बैठे दो लड़के आपस में बात कर रहे थे कि ये कुछ ज़्यादा ही ड्रामा नहीं कर रहीं. इतना अच्छा हसबैंड है. ओवर लग रहा है यार.

मज़े की बात थी कि वो दो लड़के अकेले फ़िल्म देखने आए थे. अगर पत्नी या गर्लफ्रेंड हो तो उन्हें साथ लेकर नहीं आए थे. क्या पता रेकी करने आए हों, गर्लफ्रेंड को दिखानी चाहिए या नहीं.

इब्सन की कहानी तो नोरा के छोड़ने के साथ ख़त्म हो गई थी. कोई नहीं जानता कि उसके बाद नोरा का क्या हुआ. क्या नोरा के पास पढ़ाई-लिखाई, काम, नौकरी का कोई ज़रिया था? क्या नोरा के पिता ने अपनी संपत्ति में आधा हिस्सा नोरा को दिया था? कोई घर था उसके पास जहां वो जा सकती थी, अपनी आजीविका कमा सकती थी?

मि. हेल्मर तो काफ़ी सफल, धनी, कुलीन व्यक्ति थे. नोरा की पहचान इतनी ही थी कि वो मिसेज हेल्मर थी. ये पहचान छोड़ दे तो क्या बचा रह जाता है उसके पास?

नोरा की आगे की कहानी 2004 में साहित्य के लिए नोबेल पुरस्कार पाने वाली ऑस्ट्रियन लेखिका एल्फ्रीडे येलेनिक ने लिखी. 1982 में उन्होंने एक नाटक लिखा, 'व्हॉट हैपेंड आफ्टर नोरा लेफ्ट हर हसबैंड.'

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